अब्दुल हमीद अंसारी, कोलकाता: कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में भारत बुरी तरह प्रभावित हुआ। और अब इससे उभरने वाले मरीजों को ब्लैक फंगस ने अपने चपेट में लेना शुरु किया।
इसी ब्लैक फंगस पर आसिफ़ रमीज़ दाउदी के नेतृत्व में इंडो अरब हेल्पिंग हैंडस् ने एक अवेयरनेस सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार को ZOOM के जरिए आनलाइन किया गया था। भारतीय समय के अनुसार रात 07:30 बजे बिती रात यानी 28 मई को रखा गया था।
इस सेमिनार में करीब 100 लोग शामिल हुए, जिसमें डॉक्टर्स और एक्सपर्ट भी शामिल हुए।
सेमिनार का मकसद लोगों में अवेयरनेस के जरिए इस खतरनाक बिमारी के बारे में जानकारी पहुंचाना था।
इंडो अरब हेल्पिंग हैंडस् की जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है। इस टीम ने लाजवाब काम किया है। कोविड-19 महामारी के दौरान से ही इंडो अरब हेल्पिंग हैंडस् बेहद खास तरीके से काम कर रही है। मरीजों और उनके परिजनों तक यह टीम उन लोगों से जोड़ रही है, जो भारत में कोरोना महामारी पर मदद पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
ट्विटर, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके यह टीम रात- दिन जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने का काम किया है।
इस टीम को लीड कर रहे थे सऊदी अरब के रियाद से प्रोफेसर आसिफ़ रमीज़ दाउदी। प्रोफेसर आसिफ़ रमीज़ दाउदी को इस काम के लिए खूब सराहा जा रहा है।
देश और दुनिया के जाने-माने मेन स्ट्रीम मीडिया उनके इस मिशन को कवरेज कर रही है। सियासत हिन्दी के आनलाइन एडिटर अब्दुल हमीद अंसारी से बातचीत में प्रोफेसर आसिफ़ रमीज़ दाउदी ने बताया कि ब्लैक फंगस एक खतरनाक बिमारी है जो भारत में लगातार कोरोना से उभरे मरीजों को प्रभावित कर रही है, इसलिए जरूरी था कि हम डॉक्टर्स और एक्सपर्ट के जरिए हम लोगों को इसके बारे में जागरूक करें।
प्रोफ़ेसर आसिफ़ रमीज़ ने आगे बताया कि हम आगे भी इस तरह के जागरूकता करने के लिए हम आनलाइन सेमिनार का आयोजन करते रहेंगे।
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