पोल्ट्री उद्योग में बर्ड फ्लू की आशंका से चिकन की कीमतों में 50 प्रतिशत की गिरावट!

, ,

   

बर्ड फ्लू का खौफ पैदा हो गया है। हालांकि, प्रदेश में अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पंचकूला जिले के बरवाला में मरी तो अंडा देने वाली मुर्गियां (लेयर), लेकिन बाजार खाने वाली मुर्गियों (ब्रॉयलर) का पिट गया।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, हरियाणा के पोल्ट्री फार्म से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश में ब्रॉयलर की आपूर्ति होती है।

बर्ड फ्लू की दहशत फैलने से प्रदेश के ब्रॉयलर की मांग 30 फीसदी गिर गई है, जबकि रेट में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है।

इससे पहले पोल्ट्री फार्म संचालकों को कोरोना की वजह से आर्थिक मार झेलनी पड़ी और अब बर्ड फ्लू ने बड़ी वित्तीय चपत लगाई है।

मुर्गी उत्पादन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जो चूजा 35 से 40 रुपये बिक रहा था, अचानक उसकी कीमत गिरकर 12 से 15 रुपये हो गई है।

पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश खत्री ने बताया कि एक दिन में करोड़ों रुपये का नुकसान पोल्ट्री उद्योग को हो रहा है।

बरवाला में अंडा देने वाली मुर्गियां मरी हैं, ये एक साल बाद खाने के लिए काटी जाती हैं, जबकि असर ब्रॉयलर की खपत पर पड़ गया। ब्रॉयलर तो 40 दिन पूरा होने के बाद वैसे ही खत्म हो जाता है।