सफूरा के जेल से बाहर आते ही दिल्ली पुलिस ने 2 जामिया छात्रों से की पूछताछ

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जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य सफूरा ज़रगर को मानवीय आधार के तहत ज़मानत देने के बाद जेल से बाहर निकलते ही जामिया के दो अन्य छात्रों को दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नार्थ ईस्ट इलाके में हुई हिंसा मामले की जांच के लिए बुधवार को जामिया के पांच छात्रों से पूछताछ की। छात्रों से करीब पांच घंटे तक पूछताछ करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि हमारी तफ्तीश में जिनकी भी घटनास्थल के आसपास मौजूदगी होने का पता चल रहा है या आरोपियों से जिसका भी कोई कनेक्शन सामने आ रहा है। हम उसकी भूमिका की जांच कर रहे हैं।

पूछताछ का मतलब किसी को गिरफ्तार करना नहीं है। हम उसे ही गिरफ्तार करेंगे, जिसके खिलाफ हमारे पास सबूत होंगे। लेकिन जिसकी भी भूमिका संदिग्ध होगी, उससे हम पूछताछ जरूर करेंगे। स्पेशल सेल की टीम ने इन छात्रों को बुधवार दोपहर लोधी कालोनी स्थित अपने कार्यालय में बुलाया था। पुलिस ने इन्हें नोटिस देकर पूछताछ में शामिल होने के लिए कहा था। स्पेशल सेल सूत्रों की मानें तो जांच के सिलसिले में कई लोगों से पूछताछ की जा रही है।

पिछले कुछ दिनों से इस मामले की जांच के दौरान हम घटनाक्रम की पूरी कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए एक-एक कर कई लोगों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर ज्यादती करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस बिना किसी कारण के उन्हें  परेशान करने के लिए बुला रही है। उधर स्पेशल सेल का कहना है कि ज्यादती करने का कोई सवाल नहीं उठता है। जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं, हम उसके बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ कर रहे हैं।

हमारा मकसद जांच को वैज्ञानिक आधार पर सही दिशा में ले जाना है। इसके लिए हमारी टीम खासतौर से मोबाइल की लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) के आधार पर लोगों की मौजूदगी और आरोपियों के संपर्क में होने के कारणों का पता लगा रही है। इसके लिए पूछताछ करना जरूरी है। बिना पूछताछ किए हम किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकते हैं।