पिछले कई दिनों से दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर शोर मचा हुआ था। इसे जीतने के लिए तीनों प्रमुख दल भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) साम-दाम-दंड-भेद अपना रही थी।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, आखिरकार आज शाम 6.30 बजे मतदान संपन्न होने के साथ ही सभी 70 सीटों पर चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला हो गया।
हालांकि विभिन्न न्यूज चैनलों और एजेंसियों की ओर से सामने आए एग्जिट पोल से रोमांच फिर से बढ़ गया।
अधिकतर पोल में आप की सरकार को स्पष्ट बहुमत दिया गया है। ऐसे नतीजे देखकर भाजपा नेता बौखलाए हुए हैं। उन्हें इन पर बिल्कुल विश्वास नहीं हो रहा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और सांसद परवेश वर्मा ने कहा कि फाइनल नतीजे इससे बिल्कुल अलग होंगे। तिवारी ने ट्वीट किया है कि ये सभी एग्जिट पोल होंगे फेल, मेरा ये ट्वीट संभाल के रखिएगा।
भाजपा दिल्ली में 48 सीट लेकर सरकार बनाएगी। कृपया ईवीएम को दोष देने का अभी से बहाना ना ढूंढे।
उधर, पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद परवेश वर्मा के मुताबिक उनकी पार्टी 50 सीटें जीतकर सरकार बना सकती है। परवेश ने कहा कि आप को 16 और कांग्रेस को 4 सीट मिल सकती है।
एक टीवी चैनल पर भाजपा के जाने-माने प्रवक्ता संबित पात्रा ने माना कि उनकी पार्टी को मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बताने से नुकसान हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने चुनाव से पहले किसी को भी सीएम कैंडिडेट नहीं बताया, जबकि माना जा रहा था कि वह इसके लिए डॉ. हर्षवर्धन को प्रोजेक्ट कर सकती है।
हर्षवर्धन फिलहाल केंद्र सरकार के मंत्री हैं और उनकी छवि काफी दमदार है। इसके अलावा सांसद विजय गोयल भी कद्दावर नेता थे।