सऊदी अरब पर हमला करने के लिए यमन के पास कहां से आया खतरनाक ड्रोन?

,

   

यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह के राजनैतिक कार्यालय के सदस्य का कहना है कि सेना का ड्रोन विमान, स्थानीय विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों द्वारा देश के भीतर ही बनाए जा रहे हैं।

फ़ार्स न्यूज़ एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह के राजनैतिक कार्यालय के सदस्य अब्दुल वह्हाब अलमहबशी ने रविवार को कहा कि यमन की सेना और स्वयं सेवी बलों की रक्षा शक्ति, सऊदी गठबंधन के भीषण परिवेष्टन के बावजूद यथावत बढ़ रही है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, मीडिया सूत्रों का कहना है कि यमनी सेना और स्वयं सेवी बलों की ड्रोन शक्ति, सऊदी अरब के लिए एक चुनौती में बदल चुकी है। सीएनएन ने दावा किया कि शनिवार को अराम्को पर हमला करने वाले ड्रोन ने इराक़ की भूमि से उड़ान भरी है।

ज्ञात रहे कि यमनी सेना ने सऊदी अरब और उसके गठबंधन के पाश्विक हमलों के जवाब में शनिवार को सऊदी तेल कंपनी आराम्को की बक़ीक और हरीज़ आयल रिफ़ाइनरियों पर हमला किया था। इस हमले में यमन के दस ड्रोन विमानों ने भाग लिया था।

उल्लेखनीय है कि यमन पर सऊदी गठबंधन के मार्च 2015 से हमले जारी हैं। यमन पर सऊदी अरब द्वारा थोपे गए युद्ध में अब तक 15000 से ज़्यादा यमनी हताहत, दसियों हज़ार घायल और दसियों लाख बेघर हुए हैं। यमन पर थोपे गए युद्ध की वजह से उत्पन्न हुए खाद्य व दवा संकट 85000 यमिनयों की जान ले चुका है।

ज्ञात रहे कि यमनी सेना और स्वयंसेवी बल ने देश पर सऊदी गठबंधन के हमलों के जवाब में शनिवार को सऊदी अरब की अराम्को कंपनी की बक़ीक़ और ख़रीस तेल रिफ़ाइनरियों पर 10 ड्रोन से हमले किए।